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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Others

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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

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दोस्त मिलते गए

दोस्त मिलते गए

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कुछ दोस्त मिलते गए

कारवाँ बनता गया !

हम साथ यूँ चलते रहे

रास्ता बनता गया !!


बिछड़े हुए साथी भी

हमारे साथ हो लिए !

पुरानी यादों को हम

नए ताजे कर लिए !!


उनके एहसासों और

प्यार को जानते थे !

कभी यूँ रूठ जाना

मनाना हम जानते थे !!


हमारी शक्लें यूँ तो

वर्षों से बदल चुकी थीं !

पर हमारी सोच अब तक

ना डोल चुकी थीं !!


नए दोस्तों का काफिला

आ के मिल गया !

प्रेम से सारे मिल गए

जश्न फिर होने लगा !!


अनजान कुछ क्षण रहे

बंधनों से जुड़ गए !

दुःख के क्षण में शब्दों

के मरहम कर गए !!


मित्रता मित्रता है

क्या पुरानी नयी बात है !

सामने से मिल सके ना

फेसबुक में साथ हैं !!


हमारी बातें हमारी सोच

हमें करीब लाती हैं !

कोई विभेद की बातें

हमें परेशां कर जाती है !!


स्नेह के पतवारों से

मित्रता की नाव चलती है !

मृदुलता प्यार के बल से

मित्रता चमकती है !!



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