दल-दल में कुक्कुट खड़े
दल-दल में कुक्कुट खड़े
1 min
245
दल-दल में कुक्कुट खड़े,अलग-अलग है बांग
फूट फ़्लू रुक जाएगा, इनकी तोड़ो टांग ..
पग -पग बैठे वहाँ, मिलते गधे अनेक
संसद धोबी घाट सी, गूँज रही है रेंक ..
खूब कही सरकार ने, उन्नति युक्ति अजीब
मिटे गरीबी ना मिटे ,पर मिट जाए ग़रीब ..
जीवेम बजटश्शतम, करिये जाप अटूट
जाने कब इस लठ्ठ से जाय खोपड़ी फूट ..
किया हंस का निष्क्रमण, आज भोगिये पाप .
उल्लू कौए शेष हैं, किसे चुनेगे आप ..