STORYMIRROR

Krishna Khatri

Others

4  

Krishna Khatri

Others

दिया संदेशा !

दिया संदेशा !

1 min
491

दिया संदेशा

इन बहती हवाओं ने 

आया मौसम बसंत का

दिल लगा झूमने !


पल-पल सताती है

याद तेरी मुझको

जब लट उलझाती है 

ये हवाएं बसंती 

तब लगता है 

जैसे तुम आए !


दूजे ही पल आ जाती है

सामने सच्चाई 

तब चुभने लगता है 

मौसम बसंत का 

कराता है ये अहसास 

तेरा परदेसी बन जाने का !


सारी ऋतुएं भी चली गई 

बसंत ने आकर डाला डेरा

दिन तो कट जाता है 

कांटे नहीं कटती रातें

जब दिया संदेशा 

महकती हवाओं ने

ऋतुराज के आने का !


अब तो आ जाओ सजना

बाट निहारूं तेरी

इक पल रहा न जाए 

आया मौसम बसंत का 

दिल लगा बहकने !


Rate this content
Log in