चन्दा! ओ चन्दा!
चन्दा! ओ चन्दा!
उजले उजले मन के द्वारे,
ओ चंदा नीलगगन के तारे।
तुमसे रोशन हँसता अम्बर,
हम सबसे ये धरती का घर।
जब अंधियारा पाँव पसारे,
शीतल निर्मल सा चमचम,
तुम भर देते हो उजियारे।।
ओ चन्दा-----------------
जिस रब ने है तुम्हें बनाया,
हम सबका जीवन महकाया।
तुमसे महके नील गगन वो,
हम जग की फुलवारी प्यारे।
ओ चन्दा-------------------
हुई रात जब जुगनू चमके
टिम टिम करते तारे दमके
तब धरती माँ ये लोरी गाती,
राजकुंवर को यहाँ सुलाती।
सोए चंदा सोए तारे न्यारे
सो जा अब मेरे राजदुलारे।
ओ चन्दा-------------------
मीठे मीठे कुछ सपने आए,
नन्ही पलकों पर अलसाए,।
मन्द हवा के झोंके शीतल,
थपकी देते हैं ओ मेरे प्यारे।
ओ चंदा नील गगन के तारे।
