Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

બિખર ગયા હું

બિખર ગયા હું

2 mins
7K


बिखर गया हु में पत्तों की तरह
जब पेड़ का सहारा था तब मैं दुनिया को देखता
पड़ा हूं मैं अब कचरे के ढेरमें
 
किसी का साथ छूट जाता है
तब ऐसा लगता है कि दुनिया को छोड़ दिया
 
परेशान इंसान बिखरे पत्तो की तरह है
साथ छोड़ दिया तो दुनिया भी छोड़ देता हे
मैं भी एक दिन बड़ा इंसान बनूंगा
ऐसा कहने से लोग जलते हैं
 
क्योकि लोग माचिस की तरह है
किसी का आगे बढ़ना देखा नहीं जाता
और ईश्वर की कदर करना सीखो
आपको भी कदरदान बना देगा
 
पैसे तो हाथ का मेल है यह कहकर घर में पैसो का ढेर करते हैं
मरने के बाद क्या लेकर जाओगे
सिर्फ लेकर जाओगे
तुम्हारा द्वेष
तुम्हारा घमंड
तुम्हारी ईर्ष्या
तब क्या करोगे
 
ऐसा लगता है कि दुनिया लोगों से नहीं माचिस से भरी हुई है
मैं भी अपनी औकात से मांगता हूं
और वह मुझे बढ़ कर देता है
पता है सफलता क्या है
 
औकात में मांगो और ज्यादा मिले
उसे सफलता कहते हैं
मुझे भी नाज़ है ईश्वर पर
की कैसे लोग बनाए हैं
अच्छा करने जाओ तो भी बुराई
 
सच बोलो तो भी बुराई
इंसान भी अपनी इंसानियत भूल गया है
कभी दूसरों के बारे में कभी सोचा है
अपनी आज़ादी में दूसरों को कोई परेशान मत करो
गरीब अमीर की कोई व्याख्या है
सब इंसान ही है
 
तो क्यों बुराई करते हो
ईश्वर अब क्या करें
और
तुम भी क्या कर सकते हो
कैसा देश बनाया है पत्थर में इश्वर को ढूंढते हैं
तुझे पैदा करने वाले माबाप को भूल गए
 
क्या करें मां बाप की बारी आती है तब गरीब हो जाते हैं
इस माबाप को मत भूलो
सिर्फ पैर छूने से बड़े-बड़े पाप धुल जाते हैं
"रहीश" किसीका साथ मत छोड़ना
 
क्योकि दुनिया भी छोड़नी पड़ती है
बिखर गया हूं मैं पत्तों की तरह
पेड़ का सहारा था
तब मैं दुनिया को देखता था
 
 
 
 


Rate this content
Log in