STORYMIRROR

Archana Verma

Children Stories

3  

Archana Verma

Children Stories

भरोसा

भरोसा

1 min
394


आज मेरी क्यारी में बैठा परिंदा 

मुझे देख छुप गया 

मैं रोज़ उसको दाना डालता हूँ 

फिर भी वो डरा सहमा

अपने पंखो के भीतर छुप गया 

जैसे बचपन में हम आँखों पे 

हथेली रख छुप जाया करते थे 

वैसे ही भोलेपन से वो भी 

मुझसे छुप गया 

उसने सोचा के मैंने जाना नहीं 

के वो वहाँ बैठा हुआ है 

मैं भी चुपके से पानी रख

वहाँ से निकल गया 

उसके भोलेपन पर मुस्कुराया भी 

और थोडा रोना आया भी 

फिर समझा के वो क्यों सहम गया 

हम जितना चाहे पुण्य कमा ले 

दाना डाल के उनको अब,

उनका भरोसा हम मानवों से 

उठ गया 

वो मुझे देख सहमा था इतना 

के अपने उड़ने का हुनर 

भी भूल गया 

आज मेरी क्यारी में बैठा परिंदा 

मुझे देख छुप गया 



Rate this content
Log in