भोले भजन
भोले भजन
बेखुदी में कमाल कर बैठे है ओ तो गोरा से प्यार कर बैठे है
उनके शीशों में जटा विराजमान है ओ तो गंगा से प्यार कर बैठे है
बेखुदी में कमाल....
उनके कानों में कुंडल विराजमान है ओ तो बिच्छू से प्यार कर बैठे है
बेखुदी में कमाल....
उनके गले में माला विराजमान है ओ तो बिच्छू से प्यार कर बैठे है
बेखुदी में कमाल ....
उनके हाथों में त्रिशूल विराजमान है ओ तो डमरू से प्यार कर बैठे है
बेखुदी में कमाल. .....
उनके पाँवों में खडाये विराजमान है ओ तो
चाला से प्यार कर बैठे
बेखुदी में कमाल......
उनके संग में गोरा विराजमान है ओ तो गणपति से प्यार कर बैठे
बेखुदी में कमाल....
