भगवान कार्तिकेय
भगवान कार्तिकेय
स्कन्द,कुमारा, मुरुगान,महासेना, सुब्रमण्यम,
जिनके नाम हैं, वो भगवान कार्तिकेय हैँ।
शिव और पार्वती के नंदन और गणेश जी के भ्राता,
भगवान कार्तिकेय को मेरा प्रणाम।
आप साहसी,बुद्धिमान, और संपन्न हैँ,
और आपको यूद्ध ओर विजय का देवता माना जाता है|
आप देवताओ के सेना के प्रमुख है,
ओर धर्म के रक्षक है।
आपने तारकसूर, कराऊंचांसुरा , बनासूरा,प्रलम्बा आदि
अनेक असुरो का वध किया है
ओर संसार को उनके पापों से मुक्ति दी है।
आप अपने भक्तो को बल ओर बुद्धि से संपन्न करते है
ओर उनके मार्ग प्रसस्थ करते हैं।
मोर जिनका वाहन है ओर भाला जिनका अस्त्र है,
वो भगवान कार्तिकेय है।
शब्दाब्रह्मण के सही विद्या है जिनके पास,
वो गुहा सुब्रह्मण्यम श्री कार्तिकेय हैं।
आप अपने भक्तो की मनोकामना को पूरा करते हैं,
ओर उन्हें सही मार्ग पर चलने की हिम्मत देते हैं।
आपकी कृपा हम भक्तो पर बनाये रखें प्रभु,
अरुणागिरीनाथार स्वामी के आराध्य श्री मुरुगान
को मेरा शत शत नमन।
