भारत देशवा हमार
भारत देशवा हमार
जहां बहे गंगा निर्मल धार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
उत्तर हिमालय गगनवा के चूमे
दखिन सगरवा लहरवा मे झूमे।
लहकल खेतवा बहे पूरवा बयार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
जहा के जवान सिमवा पर दहाड़ेले
धई दुशमनवा बहिया उखाड़ेले।
एक के बदले बदला चुकावेले हजार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
बिंध बिंधवासिनी वैशणु जम्मू बिराजेली
कामरूप कामाख्या दखिन काली माई साजेली।
देवघर बाबाधाम होला जय जय जैकार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
झरखांड बिहार बाड़े देशवा के शान हो
यूपी गुजरात आज हऊवे मोर जान हो।
रामराज आइल देशवा जगवा बधाई सरकार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
झाँसी क रानी माहाराणा के देशवा
आजाद भगत सिंह गांधी शुभाष के देशवा।
फह फह फहरे झण्डा माने सारा संसार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
थर थर काँपे दुश्मन कुंवर सिंह के नाम हो
मारी तलवरिया करे दुशमन तमाम हो।
काटी के बहिया आपन चढ़ावे गंगा जी के धार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
बीर बिरसा के गाथा बखान हम करीला
सिधु कान्हु के परणाम उनके नाम हम करीला।
झन झन तेगवा करे दुश्मन के ललकार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
देशवा के माई हरदम शेरवा जनमावेली
दुधवा पियाई उनकर सिनवा बढ़ावेली।
आवे न पावे दुश्मन सीमा यही पार
उहे बाटे भारत देशवा हमार।
