बेटे जब जवान होते है।
बेटे जब जवान होते है।
बेटे जब जवान होते है।
तब ये बेजान होते हैं।
जरूरतों के चलते, खुद को खपा दें
ऐसे इंसान होते हैं
बेटे जब जवान होते है !!
पड़ती है जब जिम्मेदारियाँ
कन्धों पर इनके
तब ये वीरान होते है,
भटकते है दर दर,
अपनों के फ़िक्र में शहर शहर
ऐसे ये इंसान होते हैं
बेटे जब जवान होते हैं !!
लड़कपन की थोड़ी सी
मस्तियाँ समेटे दिलों में,
मशीनों सी कामगार होते है
ऐसे ये महान होते हैं
बेटे जब जवान होते हैं !!
जहां के हुआ करते रजनीकांत कभी
अब उसी गलियों में बेनाम होते हैं
बेटे जब जवान
होते हैं !!
परिवार की पोषण के लिए,
पराए शहरों में भी बदनाम होते हैं
बेटे जब जवान होते हैं !!
अच्छे से ख्याल रखते हैं
उस परिवार का
जो कहा करते थे,
कुछ नहीं होगा इस गंवार का
कोसना बन्द करो लड़कों को
जो बिना फ़िक्र किए अपने अस्तित्व का
ख्याल करते और रखते हैं परिवार का