बारिश में मोर नाचा
बारिश में मोर नाचा
जब बारिश आती बूंदे पड़ती
रिमझिम-रिमझिम,
मोर नाचे छमाछम-छमाछम
डमाडम-डमाडम।
सूरज निकला पंछी गाये,
पर बारिश हो तो मोर क्यो शोर मचाये।
पंछियों के घोंसले डाल-डाल पर,
मोर लेकिन धरती का दीवाना।
उसको पंसद आता ज्यादा यही ठिकाना,
पंछी तो उड़ते रहते नीले आकाश में।
मोर उड़ता लेकिन दूर न जा पाये,
बारिश जब आती मनमोहक नृत्य ये दिखाये।
सबकुछ फीका-फीका पड़ जाता,
जब मोर नाचते-नाचते पंख लहराता।
सबको है ये लगता प्यारा,
इसीलिए तो है राष्ट्रीय पक्षी हमारा।
