अनजानों में मैं अनजान
अनजानों में मैं अनजान
अनजानों में मैं अनजान हूँ,
तुममें हममें बेकरार हूँ,
आहटों कि तरह रूह का सुकून हूँ!
निश्छल हूँ, निडर हूँ,
नींदों की तरह परियोग हूँ,
कल्पना हूँ, कठीत हूँ,
निर्झर हूँ, वियोग हूँ,
परिपूर्ण प्रकृति हूँ,
विलोम हूँ, व्याकुल हूँ,
परिपूर्ण हूँ, परिवर्तित हूँ,
निदान हूँ, सुदान हूँ,
वाणी हूँ, वीणा हूँ,
अमृत हूँ, अमृतमंथन हूँ,
धूल हूँ, मिट्टी हूँ,
ज़मीं हूँ, आसमाँ हूँ,
नर्मदा हूँ, गंगा हूँ,
यमुना हूँ, जमुना हूँ,
गोदावरी हूँ, कावेरी हूँ,
चाँद हूँ, तारा हूँ,
सूरज हूँ, किरण हूँ,
लोम हूँ, विलोम हूँ,
लोग हूँ, परलोग हूँ!
