ऐसा नहीं था हिंदुस्तान
ऐसा नहीं था हिंदुस्तान
जहाँ कपड़ों से पहचाना जाने लगे
इंसान का ईमान।
नहीं ऐसा नहीं था हमारा हिन्दुस्तान।
हिन्दू, बौद्ध, सिख, जैन, ईसाई सबको
मिलेगी नागरिकता सिर्फ़ शामिल
नहीं हो सकेगा मुसलमान।
नहीं ऐसा नहीं था हमारा हिन्दुस्तान ।
सभी धर्मों को सामानता का अधिकार है
अनपढ़ वज़ीर ए आज़म एक बार तो
पढ़ ले भारत का संविधान।
नहीं ऐसा नहीं था हमारा हिन्दुस्तान।
देश को धर्म के नाम पर बाँट कर
अपने लोगो को पहुँचा दिया शमशान
और कब्रिस्तान।
नहीं ऐसा नहीं था हमारा हिन्दुस्तान।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई इनको
अलग करने का पूरा न होगा तेरा अरमान।
क्योंकि कोई धर्म नहीं सिखाता आपस में
बैर रखना, ये मिसाल सदा कायम रखेगा
हमारा हिन्दुस्तान ।
अनेकता में एकता विश्व में सदैव रहेगी
भारत की आन बान शान और पहचान ।