अब मैं बच्चा नहीं..
अब मैं बच्चा नहीं..


बड़ा अफ़सोस है मुझको
कि अब मैं बच्चा नहीं
मन से मासूम
दिल से सच्चा नहीं..
टूटी किसी चीज़ का इल्ज़ाम
अब किसी को दे नहीं पाता
चोट लगे या दिल टूटे
किसी बात पे रो नहीं पाता..
बड़ा अफ़सोस है मुझको
कि अब मैं बच्चा नहीं...
मांग लेता था चाँद भी
पानी के कटोरे में
अब तो चाहत के बिछोने में भी
सो नहीं पता..
बड़ा अफ़सोस है मुझको
कि अब मैं बच्चा नहीं..
छीन के माँ के हाथों से
बोझा उठाता था
अब इन जिम्मेदारियों के बोरे
ढो नहीं पाता..
बड़ा अफ़सोस है मुझको
कि अब मैं बच्चा नहीं..
कागज़ के टुकड़ों से
जहाज़ उड़ाता था
घूमता हूँ आसमानों में
सपनों की उड़ानों में अब
खो नहीं पाता..
बड़ा अफ़सोस है मुझको
कि अब मैं बच्चा नही...
ज़रा सी मुस्कान पर दोस्ती,
यारी थी न्योछावर
अब तो अपनों के रिश्तों में भी
अपना हो नहीं पाता...
बड़ा अफ़सोस है मुझको
कि अब मैं बच्चा नहीं...
दिल में कोई बात होती थी
तो जोरों से था चिल्लाता
अब हर उस चाह में चुप्पी है
मैं जो नहीं पाता...
बड़ा अफ़सोस है मुझको
कि अब मैँ बच्चा नहीं...
होता था अंधेरा तो आँखें
मींच लेता था
डर के मारे माँ का
आँचल खींच लेता था
खुली आँखों से भी
अब उजालों का
मैं हो नहीं पाता..
बड़ा अफ़सोस है मुझको
कि अब मैं बच्चा नहीं
मन से मासूम,
दिल से सच्चा नहीं..