आई आई आई आई होली आई रे
आई आई आई आई होली आई रे
गाँव-शहर में झूम रहे हैं
रंग बिरंग से रंगे हुए हैं
हुआ है रंगीला बोली रे
आई आई आई आई होली आई रे
गाल पे गुलाल लगा,
मारी जो पिचकारी
मोरे तन को भिंगाई रे
आई आई आई.............
रंग गुलाल साथ लाओ
आओ झूमों, नाचो, गाओ
आज खुशीयाँ छाई रे
आई आई आई..............
तन पे रंग लगी है
मन रंगीला हुई है
चेहरे पर गुलाल लगाई रे
आई आई आई..............
श्याम संग राधा भी खेल
गोपियन भी साथ में डोले
ब्रज में भी होली छाई रे
आई आई आई................
भेदभाव को मिटा के
मस्ती मे सब झूम रहे है
खा के भांग की गोली रे
आई आई आई...............
सारे दुःख चिंता को भूल
हुए सब के मिठे बोल
मुख पे मुस्कान छाई रे
आई आई आई..............!
