भीग गई वसुधा...। भीग गई वसुधा...।
इस दरख़्त कभी उस दरख़्त उछलें, कूदें फिर गिर जायें मन को आओ गिलहरी कर लें || इस दरख़्त कभी उस दरख़्त उछलें, कूदें फिर गिर जायें मन को आओ गिलहरी कर लें ||
कबीरा खड़ा बाज़ार में माँगे सबकी खैर...। कबीरा खड़ा बाज़ार में माँगे सबकी खैर...।
वो जिनकी आँँखों में मायूसी के लिए कोई जगह ही नहीं अपनी पलकों में सिर्फ़ जुनून लिये वो लोग जहाँँ म... वो जिनकी आँँखों में मायूसी के लिए कोई जगह ही नहीं अपनी पलकों में सिर्फ़ जुनून ...
कौन कहता है पत्थर नही रोता रोता तो बहुत है मगर उसके रोने का हमें एहसास नही है होता...। कौन कहता है पत्थर नही रोता रोता तो बहुत है मगर उसके रोने का हमें एहसास नही है...
जब शांत हो जाता है मन हल्का सा मुस्काते हैं और बतियाते हैं एक कप कॉफी लेकर बतियाती है उनके साथ ... जब शांत हो जाता है मन हल्का सा मुस्काते हैं और बतियाते हैं एक कप कॉफी लेकर ब...