ले चलना मुझे उन वादियों में जहां धीरे धीरे मैं अक्सर तुमसे मिलने आया करता था तुम उस उपवन में मिलन... ले चलना मुझे उन वादियों में जहां धीरे धीरे मैं अक्सर तुमसे मिलने आया करता था ...
सफ़ेद चादर ओढ़़े कुछ गुनगुनाता है तू मेरे जैसा, कुछ अपना सा लगता है तू I सफ़ेद चादर ओढ़़े कुछ गुनगुनाता है तू मेरे जैसा, कुछ अपना सा लगता है तू I