नकाब...। नकाब...।
देखा था मैंने तुझे खुद को बारिश की बूंदो से देखा था मैंने तुझे खुद को बारिश की बूंदो से
ये कैसा समय आ गया है, दो गज दूरी ने ही बचाया है। ये कैसा समय आ गया है, दो गज दूरी ने ही बचाया है।
अंत में, तेरे चेहरे पर भी नकाब होगा...! अंत में, तेरे चेहरे पर भी नकाब होगा...!
सैनिटाइजर से खुद को बचाए रखिए कोरोना से... सैनिटाइजर से खुद को बचाए रखिए कोरोना से...
वीरान पड़ी उसी सड़क पे अब, केवल कुछ सिपाही डंडा लिए दिखता है। वीरान पड़ी उसी सड़क पे अब, केवल कुछ सिपाही डंडा लिए दिखता है।