दिल की किताब
दिल की किताब
किसी रोज़ तेरी ज़िन्दगी की
किताब का में वो पन्ना था,
जिसके ज़िक्र के बीना
तेरी ज़िंदगी की दास्ताँ
कभी बयां न हो पाती....
और आज किताब भी वो है
और कहानी भी, फ़र्क इतना है कि ...
'एक नए पन्नें ने तेरी किताब से
जुड़ कर मुझे आज तेरी
इस कहनी में इतिहास बना दीया'

