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आखिरकार नार्थ पोल का ग्लेशियर कब तब खैर मनाता. आखिरकार नार्थ पोल का ग्लेशियर कब तब खैर मनाता.
अरे नहीं भाईजान…आपको मेरी भी उम्र लग जाए..आप तो फरिश्ते हैं अरे नहीं भाईजान…आपको मेरी भी उम्र लग जाए..आप तो फरिश्ते हैं
क्यों ना है एक बेटी है म्हारी..वो देख सामने खड़ी तेरे, मेरे बुढ़ापे का सहारा है यो. क्यों ना है एक बेटी है म्हारी..वो देख सामने खड़ी तेरे, मेरे बुढ़ापे का सहारा है ...
कोशिश कर रहा था उठने की लेकिन लगता था सोफे पर चिपक गया हूं। कोशिश कर रहा था उठने की लेकिन लगता था सोफे पर चिपक गया हूं।