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ज़िंदा दफ़ना दो उन दरिंदों को टुकड़े टुकड़े करके नहीं की मैंने गलती सब को सीधी बात कहकर ज़िंदा दफ़ना दो उन दरिंदों को टुकड़े टुकड़े करके नहीं की मैंने गलती सब को सीधी ...
खुशहाल ज़िंदगी के लिए माफ़ करो और माफ़ी माँगलो इतनी सीधी बात किसीको को समझमे ना आयी थी। खुशहाल ज़िंदगी के लिए माफ़ करो और माफ़ी माँगलो इतनी सीधी बात किसीको को समझमे ...
तू रहबर है, मंज़िल का सही रास्ता दिखाया तूने। तू रहबर है, मंज़िल का सही रास्ता दिखाया तूने।
ना करें कभी किसी पर भरोसा एक रब के सिवा जब कश्ती डूबने लगी, ज़िंदगी से सबक़ सीख लिए मै ना करें कभी किसी पर भरोसा एक रब के सिवा जब कश्ती डूबने लगी, ज़िंदगी से सबक़ स...
हक़ है यहाँ सबको हक़ से जीने का गुरूर हो तो भी खाक में जाना है। हक़ है यहाँ सबको हक़ से जीने का गुरूर हो तो भी खाक में जाना है।
अकेली ना वो कहीं रह सकती है औरत को क्या आज भी अकेले घूमने की आज़ादी नही? अकेली ना वो कहीं रह सकती है औरत को क्या आज भी अकेले घूमने की आज़ादी नही?
आज जब मेरी नादानियों को साज़िशें समझने लगे तो लगता है मैं बड़ी हो गयी। आज जब मेरी नादानियों को साज़िशें समझने लगे तो लगता है मैं बड़ी हो गयी।