I'm Priyanka and I love to read StoryMirror contents.
कभी ख़्याल आए तो लौट कर आना कुछ ख़ास नहीं बदला है यहाँ। कभी ख़्याल आए तो लौट कर आना कुछ ख़ास नहीं बदला है यहाँ।
तड़पन के अश्क़ों में रक़्त न बहाता हो जहाँ। तड़पन के अश्क़ों में रक़्त न बहाता हो जहाँ।
जब किसी के नाम पे ये आँसू रुक न पाए अधर पर खामोशी हो और भीतर कोई शोर मचाए जब किसी के नाम पे ये आँसू रुक न पाए अधर पर खामोशी हो और भीतर कोई शोर मचाए
इत्मिनान में कुछ वक़्त इस खामोशी को देना लाख़ों पन्नों की रचनाएं नजर आएंगी। इत्मिनान में कुछ वक़्त इस खामोशी को देना लाख़ों पन्नों की रचनाएं नजर आएंगी।
छिप रहा है चाँद, पत्तों में कहीं फिर तुझसे मिलने की चमक देकर। छिप रहा है चाँद, पत्तों में कहीं फिर तुझसे मिलने की चमक देकर।
मैं अपने जज़्बात छुपा लेतीं हूँ वो जब हौले से मेरा हाथ थामते हो मैं अपने जज़्बात छुपा लेतीं हूँ वो जब हौले से मेरा हाथ थामते हो
बह रही ये नम हवा तेरे स्पर्श कि महक लेकर फिर निकला है चाँद पुराना नए कल कि ख़बर लेक बह रही ये नम हवा तेरे स्पर्श कि महक लेकर फिर निकला है चाँद पुराना नए ...
आईना बने आज भी है वो सामने मेरी धुंधली सी तस्वीर दिखाता है। आईना बने आज भी है वो सामने मेरी धुंधली सी तस्वीर दिखाता है।
दूध से सफ़ेद ज़ोरों कोलाहल में कहीं जो मिले थे दो किनारे, उन्हें बिछड़ना तो था ही गुनगुने से ... दूध से सफ़ेद ज़ोरों कोलाहल में कहीं जो मिले थे दो किनारे, उन्हें बिछड़ना तो ...
कई पत्ते भी संग ले गई देखता हूँ फूल भी नीचे बिखरे, कीचड़ बन रहे डाली उखड़ कहीं दूर गिरी, ... कई पत्ते भी संग ले गई देखता हूँ फूल भी नीचे बिखरे, कीचड़ बन रहे डाली उखड़...