I am astronomer by profession who is pursuing masters in IIA. In my leisure, I try to write things.
कुछ कह कर आये, कुछ सुन कर आये, आय तो सही। कुछ कह कर आये, कुछ सुन कर आये, आय तो सही।
वो किस्से जो, स्कूल के बरामदे तक ही रह गए। शरारतें जो, यादें बन कर रह गई। वो किस्से जो, स्कूल के बरामदे तक ही रह गए। शरारतें जो, यादें बन कर ...
अक्सर कर कुछ अजीब होता है साक्षात्कार होता है। जैसे समय पीछे हुआ हो पुराने गीतों का समा... अक्सर कर कुछ अजीब होता है साक्षात्कार होता है। जैसे समय पीछे हुआ हो ...
इस शहर की शैली में, मैं अपने सुर भूल गया। इस शहर की शैली में, मैं अपने सुर भूल गया।
मेरी ख़ामोशी मेरी असंवेदनशीलता नहीं, ये कविता मेरी अभिव्यक्ति है। मेरी ख़ामोशी मेरी असंवेदनशीलता नहीं, ये कविता मेरी अभिव्यक्ति है।
अब त्याग दे इस आलस्य को, सवेरा हो चला है। अब त्याग दे इस आलस्य को, सवेरा हो चला है।
तू देख़ फिर मौसम बदलेगा मेघ बरसेंगे धरती हरी होगी और घाव भरे होंगे। तू देख़ फिर मौसम बदलेगा मेघ बरसेंगे धरती हरी होगी और घाव भरे होंगे।
क्यूॅंकि मैंने हमेशा सामान्यता से ऊपर उठना चाहा है। क्यूॅंकि मैंने हमेशा सामान्यता से ऊपर उठना चाहा है।