सफलता और विफलता ही समय और स्वयं की पहचान है
जीत भी स्वीकार हमें हार भी स्वीकार हमें तो सिर्फ है किस्मत के करवट का इंतजार! जीत भी स्वीकार हमें हार भी स्वीकार हमें तो सिर्फ है किस्मत के करवट का इंतजार!
अरे अभी तो हमें और चलना है क्यूंकि हमारे अंदर का इंसान बाकी है।। अरे अभी तो हमें और चलना है क्यूंकि हमारे अंदर का इंसान बाकी है।।
तस्वीर भी अनजान थी, न उनकी कोई पहचान थी, तस्वीर भी अनजान थी, न उनकी कोई पहचान थी,
हार ही सही हार वाली जीत आने दो उदासियों के तल्ख़ में बीत जाने दो ! हार ही सही हार वाली जीत आने दो उदासियों के तल्ख़ में बीत जाने दो !
हार को न स्वीकार कर जीत का इंतज़ार कर , कामयाबी को तू पा सकेगा तिनका - तिनका जोड़कर हार को न स्वीकार कर जीत का इंतज़ार कर , कामयाबी को तू पा सकेगा तिनका - तिनका जोड़...
दहेज़ जैसी कुप्रथा दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है, रोक दो इस गंदगी को कितनों की ज़िंदगी दाँव पर लगी है दहेज़ जैसी कुप्रथा दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है, रोक दो इस गंदगी को कितनों की ज़िंद...