कवि/लेखक/लघुकथा लेखक/कहानी/बाल साहित्य
कितना दिल से तुम्हें चाहता हूँ, दुनिया को अब मुझे दिखाना। कितना दिल से तुम्हें चाहता हूँ, दुनिया को अब मुझे दिखाना।
दिल से चाहता हूँ उसको, सच में उसे प्यार करता हूँ। दिल से चाहता हूँ उसको, सच में उसे प्यार करता हूँ।
प्रेम पवित्र सा एक मिलता स्पर्श है, भावों के मिलन का दिखे विमर्श है। प्रेम में अनुभव प्रेम पवित्र सा एक मिलता स्पर्श है, भावों के मिलन का दिखे विमर्श है। प्रेम...
पेड़ों पर कोयलियां गाएँ, दिल हो जाता है अधीर। नई उमंग व जगे नई तरंग, बस में न रहता है पेड़ों पर कोयलियां गाएँ, दिल हो जाता है अधीर। नई उमंग व जगे नई तरंग, बस ...
कोयल बोले अब डाली पर, ऋतुराज बसंत है श्रेयस्कर। कोयल बोले अब डाली पर, ऋतुराज बसंत है श्रेयस्कर।
गम के फ़िजा में बस प्रीत, मीत से मिलन को बेकरार। गम के फ़िजा में बस प्रीत, मीत से मिलन को बेकरार।
बसंत ऋतु में होने लगता, प्यार का सुखद एहसास। चहुँओर दिखती हरियाली, मन में जगती है न बसंत ऋतु में होने लगता, प्यार का सुखद एहसास। चहुँओर दिखती हरियाली, मन म...
हे! माँ वीणावादिनी, दे मुझे ज्ञान का भंडार, मेरा कष्ट हर ले जीवन का मिटा दें अंधकार। हे! माँ वीणावादिनी, दे मुझे ज्ञान का भंडार, मेरा कष्ट हर ले जीवन का मिटा दें ...
प्रकृति की है छंटा निराली, अविरल सुंदर सा उपहार। प्रकृति की है छंटा निराली, अविरल सुंदर सा उपहार।
चोट लगने से उनका ही देहान्त हुआ। चोट लगने से उनका ही देहान्त हुआ।