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सब त्योहारों को रंगित कर, बस ऐसे होली आती है। सब त्योहारों को रंगित कर, बस ऐसे होली आती है।
जब याद तेरे संग का कोई मंजर न रहा। जब याद तेरे संग का कोई मंजर न रहा।
है चाहत की एक बार फिर जी लूं जो रह गया पीछे, पर अब ये रूह भी अलविदा लेने को है।। है चाहत की एक बार फिर जी लूं जो रह गया पीछे, पर अब ये रूह भी अलविदा लेने को...
इस रुकी हुई रात को फिर से चलाकर एक नए सवेरे का इंतजार करना होगा। इस रुकी हुई रात को फिर से चलाकर एक नए सवेरे का इंतजार करना होगा।
शिद्दतें तो बहुत थी शिफा कि मगर मोक्ष के राह का मसीहा ना मिला | शिद्दतें तो बहुत थी शिफा कि मगर मोक्ष के राह का मसीहा ना मिला |
दिल फिर से मजबूत हुआ और एक और बार टूटने के लिए तैयार हो गया। दिल फिर से मजबूत हुआ और एक और बार टूटने के लिए तैयार हो गया।