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शब्दों के इर्द गिर्द तुम भटकते रह गए, मेरे जज्बात समझते तो हर सवाल मिल जाता ।। वो तो मेरी जुबां थी जो खामोश रह गई , मेरी आंखो से पूछा होता तो हर जवाब मिल जाता । l
सादे हैं जिंदगी के कुछ पन्ने अभी , पर लिखने को अब ये हांथ कांपते हैं।