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कहें लाल बजरंग, भूलकर के जाति धरम त्याग दिलों के द्वेष, बोलें वन्दे मातरम्। कहें लाल बजरंग, भूलकर के जाति धरम त्याग दिलों के द्वेष, बोलें वन्दे मातरम्।
लेकर पक्का संकल्प तुम,मत छोड़ो उम्मीद है, ताने जो सदा देते हैं,होते वही मुरीद। लेकर पक्का संकल्प तुम,मत छोड़ो उम्मीद है, ताने जो सदा देते हैं,होते वही मुरीद...
अमन हो सब जगह सुन लो, तभी समझो दीवाली है। अमन हो सब जगह सुन लो, तभी समझो दीवाली है।
बह रही हैं आंधियां, दिल से मिटाइए। बह रही हैं आंधियां, दिल से मिटाइए।
मिलेगी मंजिल तुमको भी, हिम्मत को मत हारें लोग। मिलेगी मंजिल तुमको भी, हिम्मत को मत हारें लोग।
मुँह पर मीठी बोलते, दिल में रखते द्वेष। ये आस्तीन के साँप हैं, इनसे रहें सचेत।। मुँह पर मीठी बोलते, दिल में रखते द्वेष। ये आस्तीन के साँप हैं, इनसे रहें सचेत...
कोई नहीं है अपना, कोई नहीं पराया, स्वार्थ के इस जहां में दौलत से मोह माया।। कोई नहीं है अपना, कोई नहीं पराया, स्वार्थ के इस जहां में दौलत से मोह माया।।
पर इशारों को तुम्हारे, पता न पाए हम कभी पर इशारों को तुम्हारे, पता न पाए हम कभी
पग-पग पर जब, आ जाए चुनौती कोई, फिर भी न पग आप, पीछे को हटाते हैं। पग-पग पर जब, आ जाए चुनौती कोई, फिर भी न पग आप, पीछे को हटाते हैं।
प्रेम दिल में है तुमसे तो इतना भरा, मुझको इसका पता तो चला ही नहीं। प्रेम दिल में है तुमसे तो इतना भरा, मुझको इसका पता तो चला ही नहीं।