An aspiring writer poet and satirist
पढ़ ले तू वृतांत पतन का, कैसे दुर्योधन धूल हुआ कैसे मिटे भाई सौ कौरव, कैसे नाश समूल हु पढ़ ले तू वृतांत पतन का, कैसे दुर्योधन धूल हुआ कैसे मिटे भाई सौ कौरव, कैसे ना...
भीगी आंखों से उसने विदा किया! भीगी आंखों से उसने विदा किया!
बस एक रंग को छोड़कर जो रंग लागी तेरे ईश्क़ की लाली चादर ओढ़कर! बस एक रंग को छोड़कर जो रंग लागी तेरे ईश्क़ की लाली चादर ओढ़कर!
मेरे बेमिसाल उलझनों की, ये मुकम्मल किताब। मेरे बेमिसाल उलझनों की, ये मुकम्मल किताब।
ऐ मातृभूमि के, शीश मुकुट, दुश्मन भी, नतमस्तक तुम पे ऐ मातृभूमि के, शीश मुकुट, दुश्मन भी, नतमस्तक तुम पे