''खुदके स्वप्न विसर्जित करके आँसू की हाला पीकर सुख-दुख के इस मूल-मन्त्र का सार बताने आया हूँ" .....©धीरेन्द्र वर्मा
बड़ा ही सुहाना मौसम लागे, चारों दिशाओं हरियाली छाए बड़ा ही सुहाना मौसम लागे, चारों दिशाओं हरियाली छाए
सहसा घटी कुछ घटना यूं ऐसी टूट गए सपने सब क्षण भर में सहसा घटी कुछ घटना यूं ऐसी टूट गए सपने सब क्षण भर में
'जेह्नो-दिल' में तुम किताब बन समा जाओ। 'जेह्नो-दिल' में तुम किताब बन समा जाओ।
वक्त के क्रूर पल का कुछ भी भरोसा नहीं कि खुल के जी लो जीवन का भरोसा नहीं वक्त के क्रूर पल का कुछ भी भरोसा नहीं कि खुल के जी लो जीवन का भरोसा नहीं
इन अंखियों से बहते आँसू कब से 'तुम्हें' पुकार रहे हैं। इन अंखियों से बहते आँसू कब से 'तुम्हें' पुकार रहे हैं।
है मेरा भारत देश महान यहाँ रहते रिषी और मुनि महान है सारे विश्व में इसकी शान... और भी कई अनगिनत खु... है मेरा भारत देश महान यहाँ रहते रिषी और मुनि महान है सारे विश्व में इसकी शान.....