A teacher and a poetess
अच्छी औरत न बन पाओगी सुघड़ न कहलाओगी बोलो न ! हाँ में हाँ मिलाओगी। अच्छी औरत न बन पाओगी सुघड़ न कहलाओगी बोलो न ! हाँ में हाँ मिलाओगी।
कौन न होगा इस कंथा को अपनाने का चाहवान ? कौन न होगा इस कंथा को अपनाने का चाहवान ?
सब में नई चेतना नई जागृति जगाएँ हम सब में नई चेतना नई जागृति जगाएँ हम
तुम्हारे जन्मदिन पर तोहफे नहीं लाई हूँ मैं बस दुआ लाई हूँ। तुम्हारे जन्मदिन पर तोहफे नहीं लाई हूँ मैं बस दुआ लाई हूँ।
तुम्हारे सितम को हँस हँस कर सह जायेंगे हम, तुम्हारे सितम को हँस हँस कर सह जायेंगे हम,
चल हवाओं में ख़ुशबू भरें, चारों तरफ़ इत्र इत्र करें, चल हवाओं में ख़ुशबू भरें, चारों तरफ़ इत्र इत्र करें,
यह औरतों के क़िस्से में ही नहीं है, हाँ ! सच में……. यह औरतों के क़िस्से में ही नहीं है, हाँ ! सच में…….
तुम्हारी याद , अगर सच कहूँ तो तुम्हें याद नहीं करती मैं. तुम्हारी याद , अगर सच कहूँ तो तुम्हें याद नहीं करती मैं.
गिरे गर टूटकर शाख से पत्ते, तो मिट्टी में मिल ही जाते हैं. गिरे गर टूटकर शाख से पत्ते, तो मिट्टी में मिल ही जाते हैं.
सूरज सी जलन क्यों है तुझमें क्यों नही शीतलता चांद सी. सूरज सी जलन क्यों है तुझमें क्यों नही शीतलता चांद सी.