BSc nursing, rekie master , writer by passion, nlp master, published authour of book kasturi. https://amzn.to/3vvNej5
दिल में धधकती नफरतो औऱ हिंसा की आग है। दिल में धधकती नफरतो औऱ हिंसा की आग है।
तेरे संग तेरे एहसासों को अपने जहन में समा, इस होली को यादगार बना लूं।। तेरे संग तेरे एहसासों को अपने जहन में समा, इस होली को यादगार बना लूं।।
फिर टूटी कश्ती रिश्तों के द्वंद औऱ तूफा में तो गलती मेरी ही थी। फिर टूटी कश्ती रिश्तों के द्वंद औऱ तूफा में तो गलती मेरी ही थी।
“लोग क्या कहेँगे?” अब न सोचूँ, अपने “मैं” की भी सुन लूँ बातें। “लोग क्या कहेँगे?” अब न सोचूँ, अपने “मैं” की भी सुन लूँ बातें।
देखो सीमाओं पर ढेरों बेगुनाहो की लाश है। देखो सीमाओं पर ढेरों बेगुनाहो की लाश है।
दुनिया के प्रपंचों से दूर रख खुद को खुद से लो प्यार थोड़ा ज्यादा कर लिया है। दुनिया के प्रपंचों से दूर रख खुद को खुद से लो प्यार थोड़ा ज्यादा कर लिया है।