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हर क्षण अपमान का घूँट पी चुपचाप तपी होगी जीवन मे वह स्त्री। हर क्षण अपमान का घूँट पी चुपचाप तपी होगी जीवन मे वह स्त्री।
जो भी इस साँचे मे बैठी हैं या बैठ रही हैं,उन सभी को आदर सहित --- जो भी इस साँचे मे बैठी हैं या बैठ रही हैं,उन सभी को आदर सहित ---
हर क्षण अपमान का घूँट पी चुपचाप तपी होगी। हर क्षण अपमान का घूँट पी चुपचाप तपी होगी।
आपको याद करने की फुर्सत नहीं, हम आपकी याद मे फुर्सत से बैठे हैं। आपको याद करने की फुर्सत नहीं, हम आपकी याद मे फुर्सत से बैठे हैं।
मन- मस्तिष्क पर बिछती , बेचैनी की धुंध। मन- मस्तिष्क पर बिछती , बेचैनी की धुंध।
आत्मा में तेरे शब्द उतर गये / सीधे वहीं बस गये / आत्मा में तेरे शब्द उतर गये / सीधे वहीं बस गये /