आप सभी का मेरी प्रोफ़ाइल पर स्वागत है। मेरी कविताएं मेरे जीवन के अनुभवों (जो ज्यादा तो नहीं है...) के आधार पर लिखी हैं। आप मेरी कविताएं इस साइट पर भी पढ़ सकते हैं। Https://meriduniyan23.blogspot.com
जंग अलग अलग है हर किसी की, और है अलग मकसद भी.. ख्वाहिशें अलग हैं। जंग अलग अलग है हर किसी की, और है अलग मकसद भी.. ख्वाहिशें अलग हैं।
आभार उन्हीं का जो साथ रहे , हर खुशी में जो पास रहे! आभार उन्हीं का जो साथ रहे , हर खुशी में जो पास रहे!
जो हर ग़म सह लेता है, माँ से बड़ा न कोई गुरु, ना देवता है। जो हर ग़म सह लेता है, माँ से बड़ा न कोई गुरु, ना देवता है।
आस से है खड़ी, भभक रही , भभक रही ! आस से है खड़ी, भभक रही , भभक रही !
बड़ा सा मज़ाक बनाकर कितनी खुशी होती है, दर्द को झुठलाकर ? बड़ा सा मज़ाक बनाकर कितनी खुशी होती है, दर्द को झुठलाकर ?
लड़खड़ाई हूँ, गिरी नहीं, डरी थी मगर रुकी नहीं। लड़खड़ाई हूँ, गिरी नहीं, डरी थी मगर रुकी नहीं।
मैं कहीं पहुँची तो नहीं, पर एक बड़ा सफर तय करके आई हूँ। मैं कहीं पहुँची तो नहीं, पर एक बड़ा सफर तय करके आई हूँ।
अंत को देख मैं क्या रुक जाऊँ, क्या थक जाऊँ, या उस अनंत को देख, मै जी जाऊँ, मै उड़ जाऊँ। अंत को देख मैं क्या रुक जाऊँ, क्या थक जाऊँ, या उस अनंत को देख, मै जी जा...
अव्वल आने का स्वप्न धरे , गणित के प्रश्न एक न बने, दोस्तों का वह टीपता जा रहा, देखो! बचपन स... अव्वल आने का स्वप्न धरे , गणित के प्रश्न एक न बने, दोस्तों का वह टीपता जा ...