हिंदी सोनेटियर
मेरा उपन्यास... उनके अभेद्य हृदय का... स्पंदन ही था। मेरा उपन्यास... उनके अभेद्य हृदय का... स्पंदन ही था।
मुझे मृत आकांक्षाओं में जीने दो । मुझे ईंगुरी शवों पर सो जाने दो । मुझे मृत आकांक्षाओं में जीने दो । मुझे ईंगुरी शवों पर सो जाने दो ।
यादें होती ही हैं तीक्ष्ण चुभती हैं हृदय की गहराई तक यादें होती ही हैं तीक्ष्ण चुभती हैं हृदय की गहराई तक
एक अंतरीप बन जाता मेरा शरीर जहाँ अश्म ही अश्म है प्राचीन पीड़ाओं के। एक अंतरीप बन जाता मेरा शरीर जहाँ अश्म ही अश्म है प्राचीन पीड़ाओं के।
मैं फिर रक्त शिलाओं को स्पर्श देती हूँ आश्वासन का... मैं फिर रक्त शिलाओं को स्पर्श देती हूँ आश्वासन का...
मैं बहती शुष्क सी, कांतिहीन कुरूप माया , तुम मधुर रस से, मैं तिक्त अनुभूतियाँ ..... मैं बहती शुष्क सी, कांतिहीन कुरूप माया , तुम मधुर रस से, मैं तिक्त अनुभूतियाँ .....
है , अबोध मानव !! होता ज्ञात तुझे मैं प्रकृति, तेरा आधार , तेरा अस्तित्व , तेरी प्राण सुधा ...। है , अबोध मानव !! होता ज्ञात तुझे मैं प्रकृति, तेरा आधार , तेरा अस्तित्व , ...
बींध कर रक्त तीर, भीरु करे लक्ष्यसिद्ध बींध कर रक्त तीर, भीरु करे लक्ष्यसिद्ध
सुकून कि बाहों में दो रूहें सिमट जाएगी... सुकून कि बाहों में दो रूहें सिमट जाएगी...
अँधेरे तूफां को समेटे वह सारी हकीकत मेरी झुकी पलकों पर ठहरी हुई हैं ,तुम , चाँद और मैं डूबे हुए है... अँधेरे तूफां को समेटे वह सारी हकीकत मेरी झुकी पलकों पर ठहरी हुई हैं ,तुम , चाँ...