कल्पनाओं को शब्दों के माध्यम से पेश करता हू
मेरे दिए तोहफे जो उसने सम्हाल रखे थे अब वो गली के बच्चों मे बँटने लगे हैं। मेरे दिए तोहफे जो उसने सम्हाल रखे थे अब वो गली के बच्चों मे बँटने लगे हैं।
यूँ ही ख्यालो मे तुम्हारे वक्त अपना बर्बाद करता हूं। यूँ ही ख्यालो मे तुम्हारे वक्त अपना बर्बाद करता हूं।
यारों से हमें एक-एक नाम इनाम मिला उसे कलम और मुझे कहा आप अदीब है यारों से हमें एक-एक नाम इनाम मिला उसे कलम और मुझे कहा आप अदीब है
आज एक शख्स पुराना याद आया जो बीत चुका वो जमाना याद आया। आज एक शख्स पुराना याद आया जो बीत चुका वो जमाना याद आया।
मुझे महफिल मे मुस्कुराता देख वो परेशान हैं चेहरे पर झूठी हंसी लाना कितना आसान है। मुझे महफिल मे मुस्कुराता देख वो परेशान हैं चेहरे पर झूठी हंसी लाना कितना आसा...
कैसा दरख़्त हूँ मैं जहाँ चिड़िया का बसेरा नहीं होता कैसा दरख़्त हूँ मैं जहाँ चिड़िया का बसेरा नहीं होता
कैसा दरख़्त हू मैं जहाँ चिड़िया का बसेरा नहीं होता। कैसा दरख़्त हू मैं जहाँ चिड़िया का बसेरा नहीं होता।
हम बाते चांद, सितारे, किताबों की करते है हमारे इश्क़ में आवारापन नहीं तहजीब है हम बाते चांद, सितारे, किताबों की करते है हमारे इश्क़ में आवारापन नहीं तहजीब ह...