अपनी जमीन पर खड़ा साधारण आदमी लेखक ब्लॉगर
तुम्हारी चीख में शामिल होगा एक सवाल आसमान तुम चुप क्यों हो---- तुम्हारी चीख में शामिल होगा एक सवाल आसमान तुम चुप क्यों हो----
हरे और बूढ़े पेड़ की तलाश में विकलांग पेड़ों के पास से गुजरते रहे। हरे और बूढ़े पेड़ की तलाश में विकलांग पेड़ों के पास से गुजरते रहे।
रूप सांवला हवा छू रही बेला महकी जेठ मास में रूप सांवला हवा छू रही बेला महकी जेठ मास में
बूंद खामोशी से खोंदी,कुचली ज़मीन को कर देती साफ कटे हुए पेड़ों को कर देती है हरा। बूंद खामोशी से खोंदी,कुचली ज़मीन को कर देती साफ कटे हुए पेड़ों को कर देती...
गरीब मजदूरों के नसीब में नहीं है न अदरक की चाय न जीवन की चाह-- गरीब मजदूरों के नसीब में नहीं है न अदरक की चाय न जीवन की चाह--
जब खनकती चूड़ियों में समाया रहता था इंद्रधनुष मौन हो जाती थी पायल और तुम अपनी हथेली में मेरी हथे... जब खनकती चूड़ियों में समाया रहता था इंद्रधनुष मौन हो जाती थी पायल और तुम अपनी...
सपनो की सरसराती आवाजें जंग लगे आटे के कनस्तर में समा गयीं सपनो की सरसराती आवाजें जंग लगे आटे के कनस्तर में समा गयीं
वर्तमान में चिडिया लुप्त हो रही हैं वर्तमान में चिडिया लुप्त हो रही हैं