लेखन में बचपन से ही रुचि रही है। कोशिश है भावनाओं को शब्दों में पिरोने की ।
कुछ अपनी हूँ तो किसी के लिए ख़ास हूँ हाँ मैं हिंदी भाषा हूँ जो तेरा अहसास हूँ। कुछ अपनी हूँ तो किसी के लिए ख़ास हूँ हाँ मैं हिंदी भाषा हूँ जो तेरा अहसास हूँ...
अभी बहुत कुछ करके दिखाना है,आपका नाम कमाना हैं। अभी बहुत कुछ करके दिखाना है,आपका नाम कमाना हैं।
हाँ वो पिता ही तो है जिसकी कमाई क़भी खुद की ना हो पाई थी। हाँ वो पिता ही तो है जिसकी कमाई क़भी खुद की ना हो पाई थी।
माँगते हैं सबकी सलामती के लिए वरदान॥ माँगते हैं सबकी सलामती के लिए वरदान॥
बीते वर्ष को कुछ यूँ पीछे छोड़ आयी हूँ मैं कुछ बेबुनियाद रिश्तों को तोड़ आयी हूं मैं। बीते वर्ष को कुछ यूँ पीछे छोड़ आयी हूँ मैं कुछ बेबुनियाद रिश्तों को तोड़ आयी ...
अब तो समझ पीड़ा इस मन की तेरे अलावा ना कोई सहारा महादेव। अब तो समझ पीड़ा इस मन की तेरे अलावा ना कोई सहारा महादेव।
मोहब्बत तो आज भी तुझसे ही है बाक़ी सब तो जिम्मेदारियां निभा रहा हूँ मैं। मोहब्बत तो आज भी तुझसे ही है बाक़ी सब तो जिम्मेदारियां निभा रहा हूँ मैं।
बुनती है हज़ारों सपनों को अपनी बंद आँखों में कर लेती है पूरी जिम्मदारियों सारी। बुनती है हज़ारों सपनों को अपनी बंद आँखों में कर लेती है पूरी जिम्मदारियों सार...
झुक जाएगी हर ख़्वाहिश कदमों में तुम्हारे झुक जाएगी हर ख़्वाहिश कदमों में तुम्हारे