I'm Rashmi and I love to read StoryMirror contents.
कभी न करना पिंजरे में बंद पक्षी वह प्यारा रहता स्वच्छंद। कभी न करना पिंजरे में बंद पक्षी वह प्यारा रहता स्वच्छंद।
पंगा लिया है हमसे तूने, सिर पर पैर रख भागना होगा। पंगा लिया है हमसे तूने, सिर पर पैर रख भागना होगा।
हर क्यारी सजी हुई थी मनमोहक थी बगिया। हर क्यारी सजी हुई थी मनमोहक थी बगिया।
जंगल में मंगल हो जाता, हर्षित हो जाता तन और मन। जंगल में मंगल हो जाता, हर्षित हो जाता तन और मन।
हरिश्चंद्र और गांधी ने भी सत् पर हमको सिखाया चलना। हरिश्चंद्र और गांधी ने भी सत् पर हमको सिखाया चलना।
पर क्या कभी देखी है दोस्ती? खिचड़ी में पड़े दाल और चावल की, पर क्या कभी देखी है दोस्ती? खिचड़ी में पड़े दाल और चावल की,
ख़ुश रहेंगे हम, औ आनंदित होगी आज़ादी। ख़ुश रहेंगे हम, औ आनंदित होगी आज़ादी।