I'm Jayesh and I love to read StoryMirror contents.
ज़िद करो ना ऐसे तुम, अभी मान जाओ ख़ूबसूरत सा कोई गीत गुनगुनाओ ज़िद करो ना ऐसे तुम, अभी मान जाओ ख़ूबसूरत सा कोई गीत गुनगुनाओ
मुकद्दर तो वैसे रुठा ही था मुझ पर मैं सिंकदर होता हूं, मुकद्दर को छोटा करके मुकद्दर तो वैसे रुठा ही था मुझ पर मैं सिंकदर होता हूं, मुकद्दर को छोटा करके
सिंगल सिंगल रात कटी क्यों? पता चला है अरे हड्डी मरोड़ के दिल तोड़ा है दिल तोड़ा है सिंगल सिंगल रात कटी क्यों? पता चला है अरे हड्डी मरोड़ के दिल तोड़ा है दिल तोड़ा ...
दौलत, शोहरत हमारा हाथ चूमेगी पैसो का हम महल बनाएंगे, देखते जाओ दौलत, शोहरत हमारा हाथ चूमेगी पैसो का हम महल बनाएंगे, देखते जाओ
ये जानते हुए कि वज्र का प्रहार निश्चित है। ये जानते हुए कि वज्र का प्रहार निश्चित है।
क्या उनको भी याद आती होगी? भीगी रातों की वो शर्मीली ग़ज़ल? क्या उनको भी याद आती होगी? भीगी रातों की वो शर्मीली ग़ज़ल?
चाहे कितनी भी कोशिश कर ले मगर तेरे बस में नहीं है भगवान होना चाहे कितनी भी कोशिश कर ले मगर तेरे बस में नहीं है भगवान होना
नाजुक अंग हो, तितलियों की तरह। चाल ऐसी हो, झरने की तरह। नाजुक अंग हो, तितलियों की तरह। चाल ऐसी हो, झरने की तरह।
हमारे लिये मातम ना मनाना ऐ दोस्तों हम से जो भी हुआ वो हम कर चले हमारे लिये मातम ना मनाना ऐ दोस्तों हम से जो भी हुआ वो हम कर चले