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दीवारों ने चित्र बनाए वो भी काले रंग तो बिखर ही गया था बिस्तर पर उजले सपने समेटे। दीवारों ने चित्र बनाए वो भी काले रंग तो बिखर ही गया था बिस्तर पर उजले स...
सिमट गयी थी जो तुम मुझमें अंजाम तुझसे बिछड़ कर रहा। सिमट गयी थी जो तुम मुझमें अंजाम तुझसे बिछड़ कर रहा।
मुझसे नराजगी रहती ज़रा-सी बात पर बदल गए इसको लब से लगाते-लगाते मुझसे नराजगी रहती ज़रा-सी बात पर बदल गए इसको लब से लगाते-लगाते
तेरी जिंदगी बैठी है हकीकत की तलाश में खाक़ तू सपने छोड़कर उधर क्यों नहीं जाता। तेरी जिंदगी बैठी है हकीकत की तलाश में खाक़ तू सपने छोड़कर उधर क्यों नहीं जाता।
मगर संभालते थे दोनों एक-दूजे को जैसे सागर नदियों को संभालता है मगर संभालते थे दोनों एक-दूजे को जैसे सागर नदियों को संभालता है
फिर बीते वक़्त के सायों को, रद्दी में फेंक भूल जाओगे, फिर कभी किसी रोज़ बेबात ही मुस्कुराओगे... फिर बीते वक़्त के सायों को, रद्दी में फेंक भूल जाओगे, फिर कभी किसी रोज़ ...