मेरा जन्म स्थल आंध्प्रदेशमें पालकोंडा नामक एक गाँव । शादी के बाद मैं चेन्नैै वासी हूँ लेकिन मुझे मेरा गीँव बहूत पसंद गै।
स्त्री ऑफिस जाती हैं लेकिन अपनी मर्जी से नहीं। स्त्री ऑफिस जाती हैं लेकिन अपनी मर्जी से नहीं।
नारी तुमको वंदना करते हैं हम। नारी तुमको वंदना करते हैं हम।
मैं सिर्फ अपने को साबित करनी चाहती थी। मैं सिर्फ अपने को साबित करनी चाहती थी।
अपने लिए जीने का नहीं औरों के लिए ही जीते हैं। अपने लिए जीने का नहीं औरों के लिए ही जीते हैं।
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत अखंड देश है कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत अखंड देश है
ये ही हमारा धरती है हरियाली की धरती है ये ही हमारा धरती है हरियाली की धरती है
जो हम खाते है वो हमारा नहीं है किसान फसल उगाते है जो हम खाते है वो हमारा नहीं है किसान फसल उगाते है
जो मुझे मिला वो खुद का नहीं वो भगवान की देन है। जो मुझे मिला वो खुद का नहीं वो भगवान की देन है।
कुछ भी न सोच कर नसीब के बारे में चिंता न करके चलना है। कुछ भी न सोच कर नसीब के बारे में चिंता न करके चलना है।
जीवों में मिलेगा ईश्वर कहीं भी है ओ पहचानना ही मनुष्य का कर्म है जीवों में मिलेगा ईश्वर कहीं भी है ओ पहचानना ही मनुष्य का कर्म है