खुद को भी नहीं पता, बस खोज रहा हूं।
याद है मुझे वो दिन आज भी, तुम्हारे वो हाथों की महंदी, वो हवा का तेज़ चलना, ज़ुल्फो क याद है मुझे वो दिन आज भी, तुम्हारे वो हाथों की महंदी, वो हवा का तेज़ चलना,...
मेरा ये सोच कर फिर वो दिन याद कर जाना। मेरा ये सोच कर फिर वो दिन याद कर जाना।
एक तू ही तो है जिसको मैं अपनी ज़िन्दगी से ज़्यादा मांग लेता हूं। एक तू ही तो है जिसको मैं अपनी ज़िन्दगी से ज़्यादा मांग लेता हूं।
कुछ नहीं, बहुत कुछ अनोखा है तुझमें। कुछ नहीं, बहुत कुछ अनोखा है तुझमें।
ज़हर ले कर अमृत बोलना कि कुछ भी छोड़ना नहीं। ज़हर ले कर अमृत बोलना कि कुछ भी छोड़ना नहीं।
मुहल्ले के सामने हाथ पकड़ कर छोड़ते और पल भर में रिश्ते को तोड़ते देखा है। मुहल्ले के सामने हाथ पकड़ कर छोड़ते और पल भर में रिश्ते को तोड़ते देखा है।
आंखों को पढ़ेंगे, पर उनके साथ ही इबादत करेगे। आंखों को पढ़ेंगे, पर उनके साथ ही इबादत करेगे।
तो तू तेज़ाब मैं चेहरा बन जाऊँ और तू ज़हर तो मैं सांस बन जाऊँ। तो तू तेज़ाब मैं चेहरा बन जाऊँ और तू ज़हर तो मैं सांस बन जाऊँ।