एक नयी शुरुआत। ....
एक नयी शुरुआत। ....
हर शख्स का कोई अतीत होता है
हर वक़्त जो उसके संग होता है
चुभता है कभी वो बनकर के वो शूल
रुक थम जाने का कारन बन जाता वो भूल
छोडो पीछे साड़ी अब भूली बिसरी बात
नए पल से करो
एक नयी शुरुआत। .......
जकड जाएं कदम, जब किसी अंधियारे मोड़
पा सको न तुम , उस मुश्किल का तोड़
रुको थोडा सब्र करो होगी फिर से भोर
मत छोडो एक पल भी तुम हिम्मत का साथ
नयी सुबह से करो
एक नयी शुरुआत। ……
जब डगमग होने लगे साहस कि वो नाव
चंद पलों का तुम लो फिर ठहराव
रखो उमंग को संग ज़रा , ज़रा और बढ़ाओ आस
परिश्रम के घरौंदे में ही है सफलता का वास
नयी उमंग से करो
एक नयी शुरुआत