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त्रिशरण बोधीसत्व धन्यवाद शिक्षकांनो ज्ञानदान पंथ बहुजन कमी विहार सिद्धार्थ कष्ट गुरुदेव पंचशील जात कविता धर्म प्रेम धम्मज्योत कोण व्यासंग कसोटीचा

Marathi दीक्षा Poems