हमने अभी इंस्टिट्यूट ऑफ मार्शल आर्ट्स जॉइन किया है एज़ एन इंस्ट्रक्टर हमने अभी इंस्टिट्यूट ऑफ मार्शल आर्ट्स जॉइन किया है एज़ एन इंस्ट्रक्टर
तब की बात कुछ और थी चले जा रहे थे लफंटू कि तरह मौज़ में मग्न रास्ते में तब की बात कुछ और थी चले जा रहे थे लफंटू कि तरह मौज़ में मग्न रास्ते में
इंस्पेक्टर भी बच्चे का बवाल नहीं पालना चाहता था, इसलिए उसने ज़रूरी लिखा पढ़ी के बाद उसे खुशी खुशी शुभी... इंस्पेक्टर भी बच्चे का बवाल नहीं पालना चाहता था, इसलिए उसने ज़रूरी लिखा पढ़ी के बा...
सच बताऊँ तो मेरा जीने का दायरा ही उस तक सीमित हो गया था। सच बताऊँ तो मेरा जीने का दायरा ही उस तक सीमित हो गया था।
मुलाकातें तो कम होतीं लेकिन फोन के माध्यम से बातों का सिलसिला शुरू हो गया। मुलाकातें तो कम होतीं लेकिन फोन के माध्यम से बातों का सिलसिला शुरू हो गया।
"क्या बताऊँ दादीजी अब तो मेरा इंसानियत पर से भी विश्वास उठने लगा है!" "क्या बताऊँ दादीजी अब तो मेरा इंसानियत पर से भी विश्वास उठने लगा है!"