कुछ सोचते हुए स्वयं ही, कहा ठहरिये और अन्दर चली गई। कुछ सोचते हुए स्वयं ही, कहा ठहरिये और अन्दर चली गई।
ज़िंदगी की शाम तले उम्र का सूरज ढ़ले, तमस घिरी रात की भोर अभी बाकी है। ज़िंदगी की शाम तले उम्र का सूरज ढ़ले, तमस घिरी रात की भोर अभी बाकी है।
कॉपी में वैरी गुड पाकर फुले न समाना। क्लास का मॉनिटर बनकर इतराना। कितना याद आता है वो गुजरा जमाना। कॉपी में वैरी गुड पाकर फुले न समाना। क्लास का मॉनिटर बनकर इतराना। कितना याद आता ...
देश के प्रति उनका महत्वपूर्ण योगदान हमेशा स्मरण में रहेगा। देश के प्रति उनका महत्वपूर्ण योगदान हमेशा स्मरण में रहेगा।
उसने हमेशा की तरह हँसते हुये कहा कि बस इतनी-सी बात| बस शिव के सामने बैठो... उसने हमेशा की तरह हँसते हुये कहा कि बस इतनी-सी बात| बस शिव के सामने बैठो...
उसने न सही मैंने तो कभी उससे प्यार किया था ! उसने न सही मैंने तो कभी उससे प्यार किया था !