ऐसा कहकर अंशिका माॅर्निंग वाॅक के लिए चली गई और वासु गहरी सोच में डूब गया। ऐसा कहकर अंशिका माॅर्निंग वाॅक के लिए चली गई और वासु गहरी सोच में डूब गया।
खदान में अफसर हैं, इसका मतलब यह नहीं कि घर में भी उनका अफसरी रौब बरकरार रखा जाए। खदान में अफसर हैं, इसका मतलब यह नहीं कि घर में भी उनका अफसरी रौब बरकरार रखा जाए।
पिस्तौल ये नहीं देखती है कि उसके सामने अपराधी है या निर्दोष । पिस्तौल ये नहीं देखती है कि उसके सामने अपराधी है या निर्दोष ।