जैसे अभी दो दिन पहले अपनी बिदाई पर रोई थी वैसे ही, पीछे न जाने कब पत्नी आकर खड़ी हो गई और मुझसे बोली ... जैसे अभी दो दिन पहले अपनी बिदाई पर रोई थी वैसे ही, पीछे न जाने कब पत्नी आकर खड़ी ...
बनाने वाले ने क्या रीत बनाई! बेटी की विदाई और पापा से जुदाई! बनाने वाले ने क्या रीत बनाई! बेटी की विदाई और पापा से जुदाई!
मगर मैं ऐसा मूर्ख नहीं हूं, कि बिना दहेज के और बिना बिना शान शौकत के शादी करूं। मगर मैं ऐसा मूर्ख नहीं हूं, कि बिना दहेज के और बिना बिना शान शौकत के शादी करूं।
.बेटा!! आज जिस घर,गृहस्थी की तू बात कर रही है यही अब तेरा संसार है। .बेटा!! आज जिस घर,गृहस्थी की तू बात कर रही है यही अब तेरा संसार है।