शादी के सारे रस्मों के बीच सुनिधी और रोहित कब एक अलग रिश्ते में बँध गयें उन्हें भी नहीं शादी के सारे रस्मों के बीच सुनिधी और रोहित कब एक अलग रिश्ते में बँध गयें उन्हें ...
उसके बाद मैं पूरे रास्ते इसी उम्मीद में खुश होती आई की अब हम अलग नहीं हुए है। उसके बाद मैं पूरे रास्ते इसी उम्मीद में खुश होती आई की अब हम अलग नहीं हुए है।
तुम्हारे हर दुःख सुख अब मेरे हैं रिया, तुम बिलकुल भी चिंता मत करो। तुम्हारे हर दुःख सुख अब मेरे हैं रिया, तुम बिलकुल भी चिंता मत करो।
गीत के साथ भइया की फेसबुक से दोस्ती हुई और फिर मुलाकातें होने लगी थी गीत के साथ भइया की फेसबुक से दोस्ती हुई और फिर मुलाकातें होने लगी थी
विधवा होने के कारण मां को रस्मों से दूर रहने को कहा गया है। विधवा होने के कारण मां को रस्मों से दूर रहने को कहा गया है।